सूरत में गणेश पंडाल पर पथराव, हजारों लोगों का सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन, पुलिस का लाठीचार्ज

गणेश चतुर्थी हिन्दुओं के लिए बहुत बड़ा त्यौहार है। सब गणेश उत्सव को बहुत ख़ुशी और उत्साह के साथ बनाते है। लेकिन वहीं सूरत के लालगेट इलाके में गणेश उत्सव के दौरान रविवार रात कुछ युवकों ने गणेश पंडाल पर पथराव किया। इससे हजारों लोग सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। पुलिस ने इस स्थिति को काबू करने की पूरी कोशिश करी, उन्होंने स्थिति को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले भी दागे। इस घटना के बाद 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि पथराव करने वाले 6 लोग और 27 लोग जिन्होंने इन पत्थरबाजों की मदद की, उन्हें भी हिरासत में लिया गया है।
आपको बता दे की जब पुलिस और स्थानीय विधायक कांती बालार शांति की अपील करने पहुंचे, तो उनके साथ भी धक्का-मुक्की की गई। इस दौरान, डीसीपी विजय सिंह गुर्जर और उनके साथ मौजूद एक अन्य पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए। पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा और रात में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त बल की तैनाती की गई। पुलिस ने करीब 1000 जवानों को तैनात किया है। साथ ही पुलिस ने लालगेट के सैयदपुरा इलाके में पथराव के बाद बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
झड़प के बीच का कारण
जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार हुए लोग दूसरे धर्म के हैं, जिसके कारण विरोध प्रदर्शन ने देर रात हिंसक रूप ले लिया। दोनों धर्मों के लोगों के बीच झड़पें भी हुईं, जिसमें कई वाहनों को तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया गया। स्थिति को और बिगड़ने से बचाने के लिए पुलिस ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी है। इसके बावजूद, तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
ड्रोन से हो रही है निगरानी
पुलिस ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। साथ ही, स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि दोनों धार्मिक समूहों के बीच और हिंसा को रोका जा सके। पुलिस ने आस-पास के घरों में जाकर जांच की और स्थानीय लोगों से पूछताछ की। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस ने लोगों को घरों से बाहर नहीं आने की अपील की।
गृह मंत्री का सख्त बयान
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने इस घटना पर कहा कि शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई ज़रूर की जाएगी। उन्होंने पुलिस बल की संख्या में इजाफा करने और स्थिति को जल्द से जल्द काबू में लाने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।
गणेश पंडाल के आयोजक का बयान
गणेश पंडाल के आयोजक मनीषाबेन ने कहा कि पंडाल पर जरूर पथराव हुआ है, लेकिन भगवान की मूर्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ है। मूर्ति एक ड्रम पर रखी गई थी, जो पथराव के कारण टूट गया। मनीषा बेन ने बताया कि वे इस क्षेत्र में हमेशा शांति और भाईचारे के साथ रहते हैं और पहले भी इस प्रकार की कोई घटना नहीं घटी थी। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।