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Amarnath Yatra 2025 : LG मनोज सिन्हा ने किया यात्री निवास और आपदा प्रबंधन परिसर का उद्घाटन, अब तक 20,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन

ओएनजीसी की यह पहल न केवल अमरनाथ यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास और आपदा प्रबंधन को भी सशक्त बनाएगी

बालटाल, गांदरबल (जम्मू-कश्मीर)। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को ओएनजीसी द्वारा निर्मित यात्री निवास और आपदा प्रबंधन परिसर का उद्घाटन किया। यह केंद्र अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के उद्देश्य से बनाया गया है।

इस अवसर पर उपराज्यपाल ने कहा, “अब तक 20,000 से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। चारों ओर उत्साह और भक्ति का माहौल है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आ रहे हैं।”

उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन, केंद्र सरकार और श्राइन बोर्ड द्वारा यात्रियों की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। नया यात्री निवास परिसर उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

मनोज सिन्हा ने आगे कहा कि कुछ श्रद्धालु जो बाद की तारीखों के लिए पंजीकृत हैं, वे भी पहले आ जा रहे हैं। हम उन्हें लौटने के लिए मजबूर नहीं कर रहे, लेकिन जिनकी पंजीकरण तिथि 4-5 जुलाई की है, उन्हें पहले प्राथमिकता दी जाएगी। उसके बाद अन्य यात्रियों को दर्शन की अनुमति दी जाएगी।

ऊर्जा क्षेत्र की अग्रणी कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) के तहत जम्मू और कश्मीर में सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में अहम पहल की है। कंपनी बालटाल, नुनवान, बिजबेहरा और सिधरा में आपदा प्रबंधन एवं यात्री निवास परिसर विकसित कर रही है, जिनका संचालन श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड द्वारा किया जाएगा।

ये सुविधाएं अमरनाथ यात्रा पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुरक्षित आवास, स्वच्छता, और आपातकालीन सहायता प्रदान करेंगी। अनुमान है कि हर साल 5 लाख से अधिक श्रद्धालु यात्रा पर आते हैं। ओएनजीसी द्वारा तैयार किया गया यह स्थायी ढांचा स्थानीय निवासियों को भी साल भर सुविधाएं देगा।

बालटाल परिसर, जो कि 6,315 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है, अब पूरी तरह चालू हो चुका है। इसमें यात्री निवास, वीआईपी गेस्ट हाउस, सुरक्षा ढांचे और आपदा प्रतिक्रिया सुविधाएं शामिल हैं। इसका औपचारिक उद्घाटन 4 जुलाई 2025 को केंद्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी और उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर ओएनजीसी के चेयरमैन और सीईओ श्री अरुण कुमार सिंह भी उपस्थित रहेंगे।

अन्य स्थलों की बात करें तो, नुनवान (8,500 वर्ग मीटर) और बिजबेहरा (7,640 वर्ग मीटर) में निर्माण कार्य तेजी से जारी है और सितंबर 2025 तक इनके पूर्ण होने की उम्मीद है। वहीं जम्मू के सिधरा परिसर, जिसे आपात प्रबंधन, बोर्डिंग और लॉजिस्टिक समन्वय के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, सितंबर 2026 तक पूर्ण होने की संभावना है।

2024 में, ओएनजीसी ने जम्मू और कश्मीर सरकार के सहयोग से बालटाल (गांदरबल) और चंदनवाड़ी (अनंतनाग) में 100 बिस्तरों वाले स्थायी अस्पताल भी तैयार किए थे। इन आधुनिक स्वास्थ्य केंद्रों में आईसीयू और स्टाफ के लिए आवासीय सुविधाएं भी हैं। ये अस्पताल अब अस्थायी चिकित्सा शिविरों की जगह स्थायी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में यात्रियों और स्थानीय लोगों को साल भर सेवा प्रदान कर रहे हैं।

ओएनजीसी की यह पहल न केवल अमरनाथ यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास और आपदा प्रबंधन को भी सशक्त बनाएगी। इस पहल से अमरनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं को और अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित बनाए जाने की उम्मीद है। उपराज्यपाल के अनुसार, प्रशासन यात्रियों की हर जरूरत का ध्यान रख रहा है, जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।

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