
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई। सड़क जाम करने से जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका तो प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
भीड़ ने पुलिस की कई गाडिय़ों में आग लगा दी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। यह भी जानकारी मिली है कि बनियापुर और उमरपुर इलाकों में कई घरों में भी तोडफोड़ की गई। इसके बाद जंगीपुर के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक बड़ी पुलिस टीम स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पहुंची।
भाजपा ने टीएमसी पर बोला हमला
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सांसद दिलीप घोष ने जंगीपुर में हुई हिंसा पर सीधे-सीधे तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, तृणमूल कांग्रेस चाहती है कि हिंसा हो। रामनवमी में तृणमूल कांग्रेस राज्य में कई अराजकता नहीं फैला पाई, अस इस तरह से हिंसा फैलाना चाहती है। जब बक्फ संशोधन अधिनियम संसद से कानून बन गया है तो फिर इस पर हिंसा का क्या मतलब। हिंसा फैसाने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा कि पश्चिम बंगाल फिर से आग की लपटों में है। सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी है। इस बार मुर्शिदाबाद में मुस्लिम भीड़ वक्फ अधिनियम के विरोध में सड़कों पर उतर आई है। ममता बनर्जी ने बंगाल के विशाल क्षेत्रों पर नियंत्रण खो दिया है, जो अप्राकृतिक जनसांख्यिकीय बदलाव और अवैध घुसपैठ के कारण राज्य प्रशासन के लिए दुर्गम हो गए हैं। अब वह केवल उनके वोटों की प्रत्याशा में गिड़गिड़ाने के अलावा कुछ नहीं कर सकती। उन्हें 2026 में जाना ही होगा।