
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भगवान लक्ष्मण को समर्पित शेषावतार मंदिर का निर्माण कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। यह मंदिर राम मंदिर के पश्चिम दिशा में स्थित है और इसी महीने के अंत तक इसका निर्माण कार्य पूरी तरह पूर्ण कर लिया जाएगा।
मंदिर में प्रभु श्रीराम के अनुज लक्ष्मण, जिन्हें शेषावतार माना जाता है, की भव्य मूर्ति पहले ही स्थापित की जा चुकी है। मूर्ति के पीछे शेषनाग की कलात्मक आकृति मंदिर की भव्यता में और वृद्धि करेगी।
करीब 30 फीट ऊंचा यह मंदिर नागर शैली में निर्मित है, जो भारतीय पारंपरिक मंदिर स्थापत्य का अनुपम उदाहरण है। मंदिर के शिखर पर स्वर्ण कलश और ध्वज दंड स्थापित किए जा चुके हैं।
निर्माण में वंशीपहाड़पुर के 17,500 घन फीट लाल पत्थरों का उपयोग किया गया है। शिखर, मंडप और तोरण द्वार पर शिल्पकारों द्वारा की गई महीन नक्काशी इसकी भव्यता को और भी अद्वितीय बनाती है।
शेषावतार मंदिर रामनगरी अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ने जा रहा है।