
श्रद्धा हत्याकांड (Shraddha Murder Case) के मामले में आफताब (Aftab) की मनोचिकित्सक (Psychiatrist) महिला दोस्त ने पुलिस को बताया, कि वह दो बार आफताब के घर गई थी। लेकिन फिर भी उसे एक बार भी नहीं लगा कि घर में शव के टुकड़े रखे हुए हैं। उसे श्रद्धा की हत्या के बारे में कुछ भी नहीं पता था। महिला को आफताब ने श्रद्धा की अंगूठी गिफ्ट में दी थी जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया था। पुलिस के मुताबिक,आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की हत्या की और उसके शव के टुकड़े भी किए। श्रद्धा के सिर व धड़ को करीब छह माह तक फ्रिज में रखा गया। इन टुकड़ो को 18 अक्टूबर को छतरपुर के जंगल में फेंका गया था। पुलिस को अभी तक सिर व धड़ के टुकड़े नहीं मिले है। श्रद्धा की हत्या करने के बाद से ही आफताब ने महिला दोस्त से डेट करना शुरू कर दिया था। इन दोनों की मुलाकात भी उसी बंबल डेटिंग एप से हुई थी, जिससे श्रद्धा व आफताब मिले थे। महिला अक्टूबर में दो बार आफताब के छतरपुर स्थित किराये के फ्लैट पर गई थी। लेकिन उसे थोड़ा सा भी अंदाजा नहीं हुआ कि श्रद्धा के शव के टुकड़े घर में रखे हुए हैं। उसके बाद आफताब ने 12 अक्टूबर को उसे अंगूठी गिफ्ट की थी।
आफताब को कभी डरते नहीं देखा (Never seen aftab scared)
पुलिस पूछताछ में महिला ने बताया, कि उसने कभी भी आफताब को डर में नहीं देखा। आरोपी उसे मुंबई वाले घर के बारे में अकसर बताया करता था। उसका व्यवहार हमेशा सामान्य रहता था। उसका नेचर काफी केयरिंग था। उसे देख कर कभी नहीं लगा, कि उसे मनोविकार है। उसके पास अनेक परफ्यूम हैं और वह उसे अक्सर परफ्यूम गिफ्ट किया करता था। आफताब सिगरेट पीने का आदि था।
दिल्ली पुलिस को बंबल डेटिंग एप (Bumble Dating App) से शुरुआती रिपोर्ट मिली है। जिससे पता लगा है कि आरोपी की काफी महिलाओं से दोस्ती थी। वहीं दक्षिण जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, कि आफताब ने अपने पुराने मोबाइल को श्रद्धा की हत्या करने के बाद बेच दिया था। वह इसी मोबाइल से श्रद्धा से चैट करता था। महरौली पुलिस ने दो दिन पहले ही इस मोबाइल को जब्त किया है। दिल्ली के एक युवक ने इस मोबाइल को ओएलएक्स पर खरीदा था। युवक का कहना है, कि आफताब ने उसे मोबाइल फॉर्मेट करके दिया था। मोबाइल खरीदने के बाद उसने भी इस मोबाइल को फॉर्मेट किया था। मोबाइल सीलबंद कर महरौली थाने में रखा हुआ है।