
मलबे के ढेर में तब्दील हुए ट्रेन के डिब्बे। जगह-जगह यात्रियों के सामान बिखरे पड़े है। पटरियां खून से रंग गई है। मंजर बहुत ही भयानक है। ट्रेन की पटरियों पर इधर-उधर बिखरी लाशें उन यात्रियों की हैं जिन्हें मंजिल के बजाय मौत मिली। रातभर रेस्क्यू चला। हर तरफ रट बिलखते लोग है। वो चीखें अब शांत हो चुकी हैं। उसकी जगह पसर गया है मौत का सन्नाटा। ट्रेनों के मलबे में अब भी कुछ लाशें फंसी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक बालासोर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद पीएम मोदी आज ओडिशा जाएंगे, पहले दुर्घटना स्थल का दौरा करेंगे फिर घायलों से भी मिलेंगे।
इससे पहले, रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे थे। नवीन पटनायक ने राज्य के सभी उत्सवों को स्थगित करते हुए एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन ने अपने पिता करुणानिधि के जन्मोत्सव को भी स्थगित करते हुए राज्य में राजकीय शोक का ऐलान कर दिया है।
ये मंजर भारत के अबतक के सबसे भीषण ट्रेन हादसों में से एक है। ओडिशा के बालासोर जिले का, जहां शुक्रवार शाम को तीन ट्रेन हादसे का शिकार हो गईं। हादसे में अब तक 238 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। जबकि 900 से ज्यादा यात्री घायल हैं। कुछ यात्री गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों का बालासोर, मयूरभंज, भद्रक, जाजपुर और कटक के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मौत का आंकड़ा और ज्यादा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।