
गणेश चतुर्थी इस बार 7 सितंबर 2024 को मनाई जा रही है। गणेश चतुर्थी से 10 दिन के उत्सव की शुरुआत होती है। पौराणिक कथा के अनुसार, गणेश जी ने व्यास जी के कहने पर 10 दिन तक लगातार एक ही स्थान पर बैठे-बैठे महाभारत लिखी थी। इसी कारण हर साल गणेश जी की प्रतिमा 10 दिन के लिए स्थापित की जाती है और 10वें दिन पूजा अर्चना के बाद गणपति विसर्जन किया जाता है।
इस गणेश चतुर्थी अगर आप अपने घर पर गणपति स्थापना करने की योजना बना रहे हैं तो बप्पा के आगमन से पहले उनके मंदिर को खास तरीके से सजा लें। यहां गणेश उत्सव के लिए घर के मंदिर की सजावट के कुछ आसान और आकर्षक तरीके बताए जा रहे हैं जैसे कि गणपति उत्सव के लिए मंदिर की सजावट के साथ ही भगवान गणेश की प्रतिमा का श्रृंगार करें। पंडाल या घर के मंदिर की सजावट ईको फ्रेंडली तरीके से करे। मंदिर को फूलों से सजा सकती हैं। सुंदर रंग बिरंगे फूलों की लड़ी दीवारों पर टांगें। गणपति जी का आसन और मंदिर का द्वार भी फूलों से सजाएं। छोटे-छोटे गमले और पौधे मंदिर के इर्द-गिर्द सजाएं।
इस तरीके से करे सजावट
माना जाता है कि गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। ऐसे में जन्मदिन या बच्चों की पार्टी पर जैसे गुब्बारों की सजावट की जाती है, वैसी ही सजावट मंदिर में कर सकते हैं। गणपति उत्सव में गुब्बारों से घर के मंदिर की सजावट करें। रंग बिरंगे गुब्बारे दीवारों पर सजाएं। दो रंगों के गुब्बारों का उपयोग कर सकते हैं।
हिंदू पर्व के मौके पर दीप जलाकर प्रकाश किया जाता है। घर के मंदिर में भी प्रकाश करें। ये रोशनी बिजली की लाइट्स या दीपों को जलाकर कर सकते हैं। पूरा मंदिर रोशनी से जगमगा उठेगा।
गणेश स्थापना की सही-जगह
भगवान श्रीगणेश की स्थापना को लेकर सबसे पहले नियम के मुताबिक भगवान गणेश जी की प्रतिमा को रखने के लिए घर के सबसे पवित्र स्थान का चयन करना जरूरी होता है। इसके लिए यह भी देख लीजिए कि, जगह साफ-सुथरी होनी चाहिए और सबसे खास उचित दिशा में होना। अगर मूर्ति की स्थापना किसी परेशानी वाली जगह पर करते हैं तो नुकसान पहुंचता है।