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गजब है भाई … विजय रूपाणी की गाड़ी का नंबर 1206 और हादसा भी हुआ 12/06 को 

सरकारी वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर था GJ18-G-1206। चौंकाने वाली बात यह है कि एयर इंडिया के विमान हादसे की तारीख भी 12 जून (12/06) रही।

अहमदाबाद। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी (Vijay Rupani) से जुड़ा एक ऐसा संयोग सामने आया है, जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। बताया जा रहा है कि उनके पास जो सरकारी वाहन था, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर था GJ18-G-1206। चौंकाने वाली बात यह है कि एयर इंडिया के विमान हादसे की तारीख भी 12 जून (12/06) रही।

इस असाधारण मेल ने सोशल मीडिया पर चर्चाओं का तूफान ला दिया है। कुछ लोग इसे महज संयोग बता रहे हैं, जबकि अन्य इसे किसी तरह का दैवी संकेत या रहस्यमय संयोग मान रहे हैं।

गौरतलब है कि 12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद एक ड्रीमलाइनर विमान तकनीकी खराबी के चलते दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। सौभाग्य से इस हादसे में किसी की जान नहीं गई, लेकिन विमान को गंभीर क्षति पहुंची।

इधर, विजय रूपाणी इन दिनों सक्रिय राजनीति से दूरी बनाए हुए हैं, मगर उनकी पुरानी गाड़ी का नंबर 1206 और हादसे की तारीख 12/06 का यह मेल लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है।

अब सवाल उठ रहा है:

क्या यह केवल एक संयोग है?

या फिर यह किसी गहरे रहस्य का संकेत है?

विजय रूपाणी : एक व्यापारी से मुख्यमंत्री तक की यात्रा

गुजरात की राजनीति में एक सशक्त और शांत छवि वाले नेता के रूप में पहचान बनाने वाले विजय रूपाणी का राजनीतिक सफर प्रेरणादायक और घटनाओं से भरपूर रहा है। एक सामान्य परिवार से आने वाले रूपाणी ने जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संगठनात्मक ढांचे से होते हुए प्रदेश की बागडोर संभाली और 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।

आरंभिक जीवन और शिक्षा

विजय रूपाणी का जन्म 2 अगस्त 1956 को म्यांमार (बर्मा) के रंगून में हुआ था। उनका परिवार कुछ समय बाद भारत लौट आया और गुजरात के राजकोट में बस गया। उन्होंने राजकोट के एसडी कॉलेज से बीए और एलएलबी की पढ़ाई की।

राजनीति में प्रवेश

विजय रूपाणी का राजनीतिक जीवन 1970 के दशक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के साथ जुड़ने से शुरू हुआ। वे आपातकाल के समय (1975-77) में जेल भी गए। इसके बाद उन्होंने जनसंघ और फिर भाजपा के साथ संगठनात्मक स्तर पर कार्य किया और धीरे-धीरे पार्टी में अपनी मजबूत पहचान बनाई।

संगठन से प्रशासन तक
वर्ष 1998 से 2006 तक वे राजकोट नगर निगम के पार्षद रहे और एक समय महापौर भी बने।

2006 में राज्यसभा सांसद बनाए गए और वहां उन्होंने गुजरात का प्रतिनिधित्व किया।

2014 में राजकोट पश्चिम सीट से विधानसभा उपचुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने।

रूपाणी को 2016 में आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया।

इसके बाद उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के बाद दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियाँ

“Digital Gujarat” और “Ease of Doing Business” जैसी योजनाओं को आगे बढ़ाया।

गुजरात को औद्योगिक निवेश का केंद्र बनाने पर ज़ोर दिया।

सौर ऊर्जा, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में कई योजनाएं लागू कीं।

COVID-19 महामारी के दौरान भी उन्होंने प्रशासन को सक्रिय रूप से संभाला।

मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा

सितंबर 2021 में अचानक रूपाणी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे पार्टी नेतृत्व के आंतरिक रणनीतिक बदलाव के रूप में देखा गया। उनकी जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया।

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