
PATNA News: बिहार के पटना में शिक्षक बहाली को लेकर भारी संख्या में सड़कों पर अभ्यर्थियों प्रदर्शन करने लिए उतरे हुए थे,प्रदर्शन कर रहे STET अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है।इसमें कई अभ्यर्थियों को चोटें आई हैं। दरअसल,कल गुरुवार 7 अगस्त 2025 को गुरुवार जेपी गोलंबर के बाहर STET (स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) के सैकड़ों अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे थे।अभ्यर्थियों ने सरकार से स्पष्ट तौर पर मांग की है कि TRE 4 परीक्षा आयोजित करने से पहले STET की परीक्षा कराई जाए।अभ्यर्थियों के प्रदर्शन करने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया है।लाठीचार्ज में कई अभ्यर्थी घायल हो गए हैं।
पटना विश्वविद्यालय से विधानसभा मार्च के लिए निकले थे। सभी ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।पुलिस की बेरिकेडिंग को हटाकर हंगामा करने लगे। अभ्यर्थियों का कहना है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने पहले ही यह घोषणा की थी कि STET की परीक्षा वर्ष में दो बार आयोजित की जाएगी। लेकिन, 2023 के बाद से अब तक एक भी STET परीक्षा आयोजित नहीं की गई है।
STET परीक्षा नहीं होने से आक्रोश:
अभ्यर्थियों का कहना है कि STET परीक्षा आयोजित नहीं होने से अभ्यर्थियों में भारी नाराजगी है।प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार ने समाज के कई वर्गों के लिए कार्य किया है।लेकिन, लाखों बेरोजगार शिक्षकों की मांगों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। “हम लोग बीते दो वर्षों से शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा की तारीख घोषित करने की मांग कर रहे हैं,लेकिन, सरकार और परीक्षा समिति ने अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है। अब मजबूरी में हमें सड़क पर उतरना पड़ा है।
STET क्या है?
STET का पूरा नाम है State Teacher Eligibility Test (राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा)। यह एक ऐसी परीक्षा होती है जिसे राज्य सरकारें अपने राज्य में सरकारी स्कूलों में शिक्षक नियुक्त करने के लिए आयोजित करती हैं। बिहार में यह परीक्षा Bihar STET के नाम से जानी जाती है और इसे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) आयोजित करती है।
STET की माँग क्यों हो रही है?
पटना में जो अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं, उनकी मुख्य माँगें
STET परीक्षा का आयोजन जल्द किया जाए:
अभ्यर्थियों का कहना है कि लंबे समय से STET परीक्षा आयोजित नहीं की गई है, जिससे लाखों छात्र बेरोजगार हैं।
पुरानी वैकेंसी पर बहाली प्रक्रिया शुरू की जाए:
कई पुराने STET पास अभ्यर्थी हैं जिनकी बहाली नहीं हो पाई है। वे चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द बहाली प्रक्रिया शुरू करे।
STET की वैधता को मान्यता दी जाए:
कुछ मामलों में STET की वैधता को लेकर सवाल उठे हैं, अभ्यर्थी चाहते हैं कि उनकी पात्रता को सरकार मान्यता दे और नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल किया जाए।
नियमित भर्ती कैलेंडर जारी किया जाए:
अभ्यर्थियों की यह भी माँग है कि हर साल नियमित रूप से STET परीक्षा आयोजित हो ताकि छात्रों को तैयारी का उचित अवसर मिल सके।