
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से तटीय इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। प्रशासन और बचाव एजेंसियां पूरी सतर्कता के साथ राहत कार्यों में जुटी हुई हैं।
एनडीआरएफ चला रही रेस्क्यू ऑपरेशन
एनडीआरएफ वाराणसी के डीआईजी मनोज शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया, “गंगा का जलस्तर आज शाम तक स्थिर होने की संभावना है और इसके बाद इसमें गिरावट आ सकती है। राहत कार्य तेज़ी से चल रहे हैं। बलिया, प्रयागराज और वाराणसी में हमारी टीमें ऑपरेशन में लगी हैं। अकेले वाराणसी में एनडीआरएफ की तीन टीमें तैनात हैं और अब तक 150 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।”
मंत्री सुरेश खन्ना ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सोमवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने कहा, “मैंने स्थिति का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से बातचीत की। लोगों ने बताया कि राहत सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो रही है। यह एक प्राकृतिक आपदा है, जिसमें सभी को सहयोग करना चाहिए। सरकार पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रही है।”
स्थिति पर लगातार नजर
प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में चेतावनी जारी की है और राहत शिविरों में लोगों को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। गंगा किनारे के इलाकों में नावों की व्यवस्था भी की गई है ताकि आपात स्थिति में त्वरित मदद दी जा सके।
वाराणसी समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गंगा का बढ़ता जलस्तर चिंता का कारण बना हुआ है, लेकिन प्रशासन और एनडीआरएफ की तत्परता के चलते स्थिति को नियंत्रण में लाने के प्रयास जारी हैं। जनता से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।