
ग्रेटर नोएडा (गौतम बुद्ध नगर) । शारदा विश्वविद्यालय में उस समय तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया जब एक छात्रा ने कथित तौर पर अपने छात्रावास के कमरे में आत्महत्या कर ली। इस घटना की जानकारी मिलते ही परिसर में हड़कंप मच गया और छात्रों ने आक्रोशित होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने मानसिक स्वास्थ्य जैसे गंभीर मुद्दों को बार-बार नज़रअंदाज़ किया है और समय रहते मदद नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यह केवल एक हादसा नहीं, बल्कि एक लापरवाही का नतीजा है।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने छात्रावास और प्रशासनिक भवन के बाहर नारेबाजी करते हुए निष्पक्ष जांच और जवाबदेही की मांग की। कुछ छात्रों ने बताया कि पीड़ित छात्रा बीते कुछ समय से तनाव में थी, लेकिन उसने विश्वविद्यालय से कोई सहायता नहीं प्राप्त की।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
शारदा विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर कहा है कि वे घटना से आहत हैं और छात्रा के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक आंतरिक समिति गठित करने की भी घोषणा की है।
फिलहाल विश्वविद्यालय में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और छात्रों को शांत रहने की अपील की गई है। वहीं छात्र समुदाय विश्वविद्यालय से मानसिक स्वास्थ्य सहायता तंत्र को मजबूत करने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग कर रहा है।