अध्यात्म

Manglik Dosh Upay: अगर  कुंडली में मांगलिक दोष हैं, तो विवाह से पहले अपनाएं ये उपाय

कुंडली (Kundali) में अगर मंगल प्रथम यानी लग्न भाव, चतुर्थ भाव, सप्तम भाव, अष्टम भाव या द्वादश भाव में से किसी भी एक भाव में होता है, तो यह मांगलिक जन्मपत्री (Manglik Dosh Kundali) कहलाती है। ऐसे में फिर मांगलिक इंसान का विवाह केवल मांगलिक से ही होता है। यदि आपकी कुंडली में आंशिक या पूर्ण मंगल दोष है, विवाह से पहले इन 10 उपायों (Manglik Dosh Upay) को जरूर कर लें। ताकि आपका विवाह जल्द हो जाए साथ ही आप सुखी वैवाहिक जीवन (Happy Married Life) यापन करें। ज्योतिषाचार्य (Astrologer) प्रतिका मजूमदार के मुताबिक, इन खास उपायों को करने से कुंडली में आंशिक व पूर्ण मंगल दोष दूर होता है। तो चलिए जानते हैं इन खास उपायों के बारे में।

मंगल ग्रह की शांति कराएं- इसके लिए आपको महाराष्ट्र (Maharashtra) के जलगांव के पास अमलनेर में स्थित प्राचीन मंगल ग्रह मंदिर में श्री भोग यज्ञ अभिषेक कराना चाहिए। इस मंदिर में उचित शुक्ल पर मंगल ग्रह (Mars Planet) की शांति के लिए अभिषेक और हवन होता है।

कुंभ विवाह करें- इस विवाह में किसी घढ़े के साथ विवाह करके उसे फोड़ दिया जाता है। हालांकि इस संबंध में किसी पंडित से चर्चा करें।

हनुमान चालीसा का पाठ करें- कम से कम 1001 बार हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) पढ़कर हनुमान जी को चौला चढ़ाएं। अमलनेर के मंगल देव मंदिर में हनुमानजी (Hanuman Ji) की बहुत ही जागृत मूर्ति विराजमान हैं और यहां उनकी पूजा करने से लाभ प्राप्त होता है।

गुड़ खाएं और खिलाएं- अगर आपको किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित समस्या है, तो लोगों को गुड़ (Jaggery) खिलाएं और खुद भी थोड़ा थोड़ा खाते रहें।

गुड़ और मसूर की दाल- अमलनेर में श्री मंगल देव ग्रह मंदिर (Mangal Dev Graha Temple) में मंगल देव को गुड़ और मसूर की दाल अर्पित करने से भी मंगल देव प्रसन्न होते हैं।

मांस, मदिरा छोड़ दें- यदि आप मांस खाते हैं, तो विवाह पूर्व मांस छोड़ने का संकल्प लें। साथ ही मदिरा का सेवन करना भी छोड़ दें।

क्रोध करना छोड़ दें- अपने क्रोध (Anger) पर काबू पाएं और चरित्र को उत्तम बनाकर रखें। साथ ही भाई-बहनों का सम्मान करें।

नीम का पेड़ लगाएं- किसी सुरक्षित स्थान पर जाकर एक नीम का पेड़ लगाएं। फिर उसकी तब तक देखरेख करें जब तक वह थोड़ा बड़ा न हो जाएं। आप चाहे तो कोई बड़ा पेड़ लगाकर उसकी कम से कम 43 दिन तक देखरेख भी कर सकते है।

सफेद सुरमा लगाएं- लाल किताब के ज्योतिष के मुताबिक, 43 दिन तक सफेद सुरमा लगाना चाहिए। हालांकि कुंडली की जांच करने के बाद ही ऐसा करे।

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