Bihar: रेलवे प्रशासन खुद हादसे को दे रहा है दावत

एक कहावत है कि, जिम्मेदार अगर अपनी जिम्मेदारी को ना समझे तो लोगों की जिंदगी भी जा सकती है। ऐसा ही एक वाक्य भागलपुर (Bhagalpur) के सोनपुर डिवीजन के स्टेशन कटारिया (Kataria) का है। जहां पैदल पुल निर्माण को लेकर रेलवे अधिकारी के द्वारा कोई सूद नहीं लिया गया और रेलवे प्रशासन भी अपनी जिम्मेदारी को नहीं समझा। दरअसल, आपको बता दें कि रेलवे प्रशासन (Railway Administration) की लापरवाही एक दिन लोगों की जान को खतरा बन सकता है। यानी सीधे शब्दों में कहे तो रेलवे प्रशासन हादसे को दावत दे रहा है। दरअसल, पैदल पुल निर्माण को लेकर लोगों में आक्रोश है। हालाँकि आक्रोश होना भी लाज़मी है। चूँकि पुल निर्माण को लेकर दर्जनों बार ग्रामीणों द्वारा रेलवे प्रशासन को लिखित आवेदन देकर मांग की। लेकिन रेलवे प्रशासन कान में तेल डालकर नींद ले रहा है।
यहां स्थिति ऐसी है कि रेलवे प्लेटफार्म को पार करने के लिए लोगों को अपनी जान से खेलना पड़ता है। बहरहाल, कई बार जब रेलवे अधिकारी और डीएम जांच के लिए आते है। तो ग्रामीणों ने सादे पेज पर लिखकर यहाँ की स्थितियों से अवगत कराया है। लेकिन अभी तक वह जस के तस है। ऐसे में सरकार और रेलवे प्रशासन से एक सवाल है, कि जिम्मेदार अगर अपनी जिम्मेदारी नहीं समझे तो इसका निदान को करेगा? क्या आम जनता को उसकी हाल पर ही छोड़ दिया जायेगा?
आखिरकार आसपास के लगभग डेढ़ लाख लोगों को इन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रेलवे प्रशासन से मांग कर रहा है कि समस्या का जल्द समाधान कर दें। अन्यथा जन आंदोलन किया जाएगा और इसका जिम्मेदार रेलवे प्रशासन होगा।
कुनाल शेखर की रिपोर्ट, Bhagalpur, Bihar