
उत्तरकाशी ज़िले के धराली गांव के पास आज दोपहर करीब 1:45 बजे भूस्खलन की बड़ी घटना हुई, जो हर्षिल स्थित भारतीय सेना के शिविर से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर हुई। इस आपदा के तुरंत बाद भारतीय सेना के जवान राहत और बचाव अभियान में जुट गए।
अब तक करीब 15 से 20 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, जबकि घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए हर्षिल स्थित सेना के चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया है। राहत और बचाव कार्य अभी भी लगातार जारी है।
राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव, गढ़वाल मंडल के आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारी देहरादून स्थित राज्य आपदा परिचालन केंद्र (SDOC) से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर दुख प्रकट किया और प्रभावितों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा:
“उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं। लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है।”
इसके अलावा, बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-58) पर पागलनाला और भनेरपानी के पास भारी मलबा आने से सड़क अवरुद्ध हो गई है। चमोली पुलिस के अनुसार, मलबा हटाने और यातायात बहाल करने का कार्य तेजी से जारी है।
प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से संवेदनशील इस क्षेत्र में भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाएं आम हैं, और ऐसे में राहत एजेंसियों की तत्परता एक बार फिर सराहनीय रही है।