मेलबर्न विश्वविद्यालय ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स 2026 में हासिल किया विश्व में 19वां स्थान, बना ऑस्ट्रेलिया का शीर्ष संस्थान
इस वर्ष मेलबर्न विश्वविद्यालय ने कुल 100 में से 90.8 का स्कोर प्राप्त किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1.9 अंक की वृद्धि है।

नई दिल्ली। मेलबर्न विश्वविद्यालय ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स 2026 में वैश्विक स्तर पर 19वां स्थान प्राप्त कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। इस रैंकिंग की घोषणा आज की गई, और इसके साथ ही मेलबर्न विश्वविद्यालय QS (19), टाइम्स हायर एजुकेशन (39) और ARWU (37) — तीनों प्रमुख वैश्विक रैंकिंग्स में ऑस्ट्रेलिया का सर्वोच्च रैंक प्राप्त करने वाला विश्वविद्यालय बन गया है।
QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स, जो विश्व की सबसे व्यापक और प्रतिष्ठित रैंकिंग्स में से एक है, शोध, रोजगार परिणाम, वैश्विक जुड़ाव और स्थिरता जैसे नौ प्रमुख संकेतकों के आधार पर हजारों विश्वविद्यालयों का मूल्यांकन करती है। इस वर्ष मेलबर्न विश्वविद्यालय ने कुल 100 में से 90.8 का स्कोर प्राप्त किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1.9 अंक की वृद्धि है।
विशेष रूप से “नियोक्ता प्रतिष्ठा और रोजगार परिणाम” स्कोर में 98.3 के साथ उल्लेखनीय सुधार हुआ है, जो यह दर्शाता है कि मेलबर्न विश्वविद्यालय के स्नातकों को वैश्विक नौकरी बाजार में अत्यधिक पसंद किया जाता है। “शैक्षणिक प्रतिष्ठा” स्कोर भी 99.7 तक पहुंच गया है, जो विश्वभर के शिक्षाविदों में विश्वविद्यालय की साख को उजागर करता है।
इस वर्ष की शुरुआत में जारी QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स बाय सब्जेक्ट 2026 में विश्वविद्यालय को सभी पाँच प्रमुख विषय क्षेत्रों में विश्व के शीर्ष 50 में स्थान मिला।
वाइस-चांसलर की प्रतिक्रिया
मेलबर्न विश्वविद्यालय की वाइस-चांसलर प्रोफेसर एम्मा जॉनस्टन AO ने कहा:
“विश्व की शीर्ष 20 यूनिवर्सिटीज़ में शामिल होना हम सभी के लिए गर्व का विषय है। यह रैंकिंग विश्वविद्यालय समुदाय के साझा प्रयास, उत्कृष्टता के प्रति समर्पण और वैश्विक योगदान की पुष्टि करती है।”
उन्होंने आगे कहा: “एशिया-प्रशांत क्षेत्र के कई संस्थानों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से यह क्षेत्र की शिक्षा प्रणाली की ऊर्जा और प्रगतिशीलता का प्रमाण है।”
भारत के साथ साझेदारी और सहयोग
मेलबर्न विश्वविद्यालय ने भारत के साथ अपने शैक्षणिक और शोध सहयोग को भी सशक्त किया है। हाल ही की उल्लेखनीय परियोजनाओं में शामिल हैं:
VirtuCare पहल – एक अनुसंधान परियोजना जो समावेशी स्वास्थ्य सेवा और दिव्यांग समावेशन को बढ़ावा देती है।
बैचलर ऑफ साइंस डुअल डिग्री कार्यक्रम – जिसे भारत के शूलिनी विश्वविद्यालय और एमिटी विश्वविद्यालय के साथ मिलकर संचालित किया जा रहा है।
मेलबर्न-शूलिनी टीचिंग एंड लर्निंग हब, हिमाचल प्रदेश में लॉन्च किया गया।
ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के साथ एप्लाइड पॉजिटिव साइकोलॉजी में डुअल डिग्री प्रोग्राम की शुरुआत।
पिछले वर्ष मेलबर्न विश्वविद्यालय ने नई दिल्ली में “मेलबर्न ग्लोबल सेंटर” की स्थापना की थी, जो भारत में सरकारी, औद्योगिक और शैक्षणिक साझेदारियों को एक साथ लाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
डिप्टी वाइस-चांसलर का वक्तव्य
प्रोफेसर माइकल वेस्ली, डिप्टी वाइस-चांसलर (ग्लोबल, कल्चर एंड एंगेजमेंट), ने कहा:
“विश्व में 19वां स्थान पाना हमारे वैश्विक दृष्टिकोण और नेतृत्व को दर्शाता है। हम ऐसे स्नातक तैयार करते हैं जो विश्व स्तर पर अत्यधिक वांछनीय और पेशेवर रूप से तैयार होते हैं।”
उन्होंने कहा, “हम अपने भारतीय शैक्षणिक साझेदारों का आभार व्यक्त करते हैं, जिनकी सहभागिता से हम आज के सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा और शोध संबंधी मुद्दों का समाधान ढूंढ रहे हैं।”
भारतीय छात्रों के लिए बना प्रमुख गंतव्य
मेलबर्न विश्वविद्यालय भारतीय छात्रों के लिए उच्च शिक्षा का एक प्रमुख गंतव्य बना हुआ है। यह विश्वविद्यालय विविध सांस्कृतिक पृष्ठभूमियों से आने वाले छात्रों का स्वागत करता है और अपने 5 लाख से अधिक वैश्विक पूर्व छात्रों के नेटवर्क में उनके योगदान को अत्यधिक महत्व देता है।
मेलबर्न विश्वविद्यालय की यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल ऑस्ट्रेलिया बल्कि वैश्विक उच्च शिक्षा परिदृश्य में उसकी बढ़ती भूमिका को रेखांकित करती है।