मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल में जल्द फेरबदल संभव, एक दर्जन मंत्रियों की कुर्सी खतरे में

भोपाल/नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में विधानसभा सत्र के समापन के बाद राज्य मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल की संभावना तेज हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस दौरान प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक हालात, संगठन और सरकार के समन्वय सहित मंत्रिमंडल को लेकर विचार-विमर्श हुआ।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शीर्ष पदाधिकारियों से भी मुलाकात की और उन्हें राज्य की वर्तमान राजनीतिक और प्रशासनिक स्थिति से अवगत कराया। इन बैठकों के बाद मंत्रिमंडल में व्यापक फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, करीब एक दर्जन मंत्रियों की परफॉर्मेंस और सार्वजनिक छवि पर सवाल खड़े हुए हैं। इनमें उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, विश्वास सारंग, विजय शाह, संपतिया उइके, प्रतिमा बागरी, नरेंद्र शिवाजी पटेल और दिलीप अहिरवार जैसे नाम शामिल बताए जा रहे हैं। इन नेताओं पर हाल ही में भ्रष्टाचार से जुड़े आरोप सामने आए हैं, जिससे सरकार की छवि को आघात पहुंचा है।
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों का मानना है कि आगामी निकाय और पंचायत चुनावों से पहले सरकार की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने और जनविश्वास बनाए रखने के लिए मंत्रिमंडल में बदलाव जरूरी हो गया है। ऐसे में पार्टी हाईकमान की सहमति से मुख्यमंत्री जल्दी ही नई टीम के साथ आगे बढ़ सकते हैं।
इस पूरे घटनाक्रम पर भाजपा के आधिकारिक स्तर पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है।