मालेगांव केस में बरी होने के बाद साध्वी प्रज्ञा का हमला: “भगवा आतंकवाद कहने वालों के मुंह काले हुए”

भोपाल। 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की विशेष अदालत द्वारा सभी आरोपियों को बरी किए जाने के बाद भाजपा नेता साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पहली बार भोपाल स्थित अपने आवास पर पहुंचीं। उन्होंने इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस और विपक्ष पर तीखा हमला बोला।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “भगवा आतंकवाद कहने वालों के मुंह काले हुए हैं। समाज और देश ने उन्हें ठोस जवाब दिया है। अदालत का फैसला बिल्कुल स्पष्ट है। यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जिन्होंने इसे ‘भगवा आतंकवाद’ और ‘हिंदू आतंकवाद’ कहा।” उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का नाम लेते हुए कहा कि वह ‘सनातन आतंकवाद’ की बात करते थे, जो कांग्रेस की ही विचारधारा का हिस्सा है।
भाजपा सांसद ने कहा, “ये सभी एक ही श्रेणी के लोग हैं जो सनातन संस्कृति और हिंदू धर्म को बदनाम करना चाहते थे। लेकिन सच की जीत हुई है।”
‘पीएम मोदी और योगी का नाम लेने के लिए किया गया मजबूर’
अपने पहले दिए गए उस बयान पर फिर से जोर देते हुए, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लेने के लिए दबाव बनाया गया था, साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “हां, मुझे मजबूर किया गया था। लेकिन मैं दबाव में नहीं आई। मैंने किसी का झूठा नाम नहीं लिया, इसलिए मुझे क्रूरतापूर्वक प्रताड़ित किया गया।”
साध्वी प्रज्ञा की यह टिप्पणी अदालत के फैसले के बाद राजनीतिक रूप से भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि यह मामला लंबे समय से कांग्रेस और भाजपा के बीच वैचारिक संघर्ष का केंद्र रहा है।
सितंबर 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत हुई थी और 100 से अधिक घायल हुए थे। इस मामले में साध्वी प्रज्ञा समेत कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। अब करीब 16 साल बाद अदालत ने सबूतों के अभाव में सभी को बरी कर दिया है।
इस फैसले के बाद राजनीतिक हलकों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। भाजपा इस फैसले को कांग्रेस की ‘झूठी थ्योरी’ के अंत के तौर पर देख रही है, जबकि कांग्रेस ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
भाजपा नेत्री साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा, “सत्य की जीत हुई है, जो सुनिश्चित थी क्योंकि धर्म और सत्य हमारे पक्ष में था। सत्यमेव जयते! मैंने यह पहले भी कहा था और अब यह सिद्ध हो गया है। विधर्मियों के, देशद्रोहियों के मुंह काले हुए हैं, उन्हें जवाब मिला है। देश हमेशा धर्म और सत्य के साथ है और हमेशा रहेगा।” NIA कोर्ट ने हाल ही में 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में साध्वी समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया।