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दिल्ली में विकास की नई दिशा: टकराव की राजनीति से समन्वय की ओर बढ़ी सरकार

विकास भी और विरासत भी' के सिद्धांत पर काम किया गया

 

नई दिल्ली। दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह ने कहा है कि राजधानी में अब एजेंसियों के बीच टकराव नहीं, बल्कि तालमेल के साथ काम हो रहा है। उन्होंने बताया, “पिछले 10 सालों में जब अरविंद केजरीवाल की सरकार थी, तब एजेंसियों में आपसी टकराव होता था। अब हमारी सरकार राज्य और नगर निगम दोनों जगह है, जिससे समन्वय बेहतर हुआ है। भारी मात्रा में गाद निकाली जा रही है। उम्मीद है कि इस बार जलभराव की समस्या नहीं होगी और दिल्लीवासियों को राहत मिलेगी।”

वहीं, भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने भी गाद निकासी अभियान पर टिप्पणी करते हुए कहा, “दिल्ली की सभी सड़कों से गाद निकाली जा रही है। आम आदमी पार्टी के कार्यकाल में फर्जी बिलिंग होती थी। हमारी सरकार के एक साल पूरे होने तक दिल्ली की सड़कों पर जलभराव नहीं रहेगा। 100 दिनों में पूरी गाद निकालना असंभव है, फिर भी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सरकार बेहतरीन कार्य कर रही है।”

दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने भी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर संतोष जताया। उन्होंने कहा, “24 फरवरी को शपथ ग्रहण हुआ था और 4 जून को हमारी सरकार के 100 दिन पूरे हो रहे हैं। इन 100 दिनों में ‘विकास भी और विरासत भी’ के सिद्धांत पर काम किया गया है। 6 जून को हम एक रिपोर्ट कार्ड भी जारी करेंगे, जिसमें सरकार की उपलब्धियों का विवरण होगा। मुख्यमंत्री को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।”

दिल्ली में सत्तारूढ़ भाजपा अब “विकास, समन्वय और पारदर्शिता” को प्राथमिकता दे रही है, जिसका उद्देश्य राजधानी को जलभराव, कचरा प्रबंधन और शहरी अव्यवस्था से मुक्त कर एक आधुनिक और स्वच्छ नगर बनाना है।

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