PM Modi का संबोधन: “योग को जनआंदोलन बनाएं, ‘मी से वी’ की भावना ही भारत की आत्मा”
योग को एक जन आंदोलन बनाएं—एक ऐसा आंदोलन जो पूरी दुनिया को शांति, स्वास्थ्य और समरसता की ओर ले जाए। ‘Yoga for One Earth, One Health’ एक वैश्विक संकल्प बन जाए।”

विशाखापट्टनम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर एक भव्य योग कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योग की वैश्विक यात्रा और भारत की सांस्कृतिक विरासत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि “योग जोड़ता है, योग विश्व को एक बनाता है और यह ‘मी से वी’ की यात्रा का माध्यम है।”
उन्होंने आंध्र प्रदेश के राज्यपाल सैयद अब्दुल नज़ीर, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, डिप्टी सीएम पवन कल्याण, केंद्रीय मंत्री के. राममोहन नायडू और नारा लोकेश को इस आयोजन की सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने ‘योगांध्रा अभियान’ की भी सराहना की, जिसके माध्यम से 2 करोड़ से अधिक लोग जुड़े।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की पहल को किया याद
पीएम मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित कराने की भारत की ऐतिहासिक पहल को याद करते हुए कहा, “175 देशों का एक साथ खड़ा होना दिखाता है कि यह केवल प्रस्ताव नहीं था, बल्कि मानवता के लिए एक साझा संकल्प था।”
योग को बताया वैश्विक साझेदारी का माध्यम
पीएम ने इस वर्ष की थीम ‘Yoga for One Earth, One Health’ पर बोलते हुए कहा कि “योग हमें यह सिखाता है कि हम प्रकृति का हिस्सा हैं, और जब व्यक्ति स्वयं की देखभाल करता है, तो वह धीरे-धीरे समाज और पृथ्वी की देखभाल भी सीखता है।”
उन्होंने यह भी कहा, “Yoga is the pause button that humanity needs—to breathe, to balance, to become whole again.”
योग को बताया शांति और संतुलन की राह
मोदी ने विश्व समुदाय से अपील की कि योग को “Global Partnership” का माध्यम बनाएं। उन्होंने कहा कि योग केवल व्यक्तिगत साधना नहीं, बल्कि वैश्विक शांति, सहयोग और स्थायित्व की दिशा में एक नीति बननी चाहिए।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण और चिकित्सा में योग का योगदान
पीएम मोदी ने एम्स और अन्य संस्थानों की शोधों का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे कार्डियक, न्यूरोलॉजी, मेंटल वेलनेस और महिलाओं के स्वास्थ्य में योग उपयोगी सिद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि देश के 130 से अधिक संस्थानों में योगा सर्टिफिकेशन बोर्ड के माध्यम से 6.5 लाख प्रशिक्षित वॉलंटियर्स कार्यरत हैं और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में योग शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है।
तेल, मोटापा और जीवनशैली पर खास ध्यान
मोदी ने “10 प्रतिशत तेल घटाने” के अपने अभियान की याद दिलाते हुए लोगों से कम तेल सेवन और योग के जरिए फिटनेस को अपनाने की अपील की। उन्होंने इसे ओबेसिटी के खिलाफ एक वैश्विक मुहिम का हिस्सा बताया।
योग को बनाएं जन आंदोलन
प्रधानमंत्री ने अंत में कहा, “आइए, हम सब मिलकर योग को एक जन आंदोलन बनाएं—एक ऐसा आंदोलन जो पूरी दुनिया को शांति, स्वास्थ्य और समरसता की ओर ले जाए। ‘Yoga for One Earth, One Health’ एक वैश्विक संकल्प बन जाए।”
प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के नेतृत्व और देशभर के योग प्रेमियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।