Haunted Places Of Delhi: दिल्ली में पांच भूतिया जगहों का नाम सुनते ही लोगों का छूटने लगता है पसीना, जानें कौन सी है वो जगह

देश की राजधानी दिल्ली में कई तरह के आकर्षक ऐतिहासिक जगहें, पुराने महल, स्मारक, कब्र, राजाओं, रानियों, राजकुमारों जैसी कहानियों की जगह देखने को मिलती है। ये कहानियां तो काफी लोग जानते भी है। लेकिन, दिल्ली में कुछ ऐसी जगहें भी हैं जहां की भूतिया कहानी (Haunted Places Of Delhi) सुनकर लोग काफी डर जाते है। इन जगहों पर कुछ बच्चों के रोने की आवाजें आती हैं, तो कई जगहों पर (Most Haunted Places) डरावनी आवाजों का शोर आता है जिसे सुनकर लोग सहम जाते हैं। दिल्ली एनसीआर की ये जगहें असामान्य गतिविधियों के लिए बेहद मशहूर है (Delhi Haunted Places Story)। तो आज हम आपको इन्हीं जगहों के बारे में बता रहे है।
देश की राजधानी दिल्ली की भूतिया जगह (Haunted Places Of Delhi)
भूली भटियारी (Bhuli Bhatiyari) – 14 वीं शताब्दी में बना भूली भटियारी के आस पास की जगहों पर भूतों का दिखना, गायब होने की भयानक कहानियां और भूतिया शोर जैसी घटना होती है। कई लोगों ने भी यहां सूर्यास्त के बाद अजीब-अजीब आवाजें सुनी हैं।
कड़कड़डूमा कोर्ट (Karkardooma Court) – दिल्ली की सबसे भुतहा जगहों में से एक कड़कड़डूमा कोर्ट भी है। यहां कोर्ट के अंदर वकीलों ने कई डरावनी घटनाओं का सामना किया है। इसके साथ ही कई लोगों ने एक सफेद छायादार आकृति को भी देखा है। इसी वजह से इस जगह को भूतिया माना जाता है।
जमाली कमाली (Jamali Kamali Haunted) – यहां मूल रूप से 16वीं शताब्दी के सूफी संतों के मकबरे हैं। जो जमाली और कमाली नाम से जाने जाते है। इसके साथ ही जमाली कमाली का मकबरा और मस्जिद इतिहास प्रेमियों और फोटोग्राफी के शौकीनों के बीच बेहद फेमस हैं। यहां भी लोगों ने अजीब आवाजें सुनी हैं।
चोरमीनार (Chorminar) – चोर मीनार की ऊपरी दीवारों में कुछ छेद हैं। जिनके बारे में कहना है, कि यह भालों से बनाए गए हैं। ऐसा कहा जाता है, कि इन छेदों में चोरों के सिर थे जिन्हें अला-उद-दीन खिलजी के शासन के दौरान दंडित किया गया था। इस जगह पर उन्हीं चोरों की आत्माएं रात के समय मंडराती हैं।
खूनी दरवाजा (Khooni Darwaza) – इस स्मारक के साथ दिल्ली में खूनी इतिहास के कई उदाहरण जुड़े हैं। यहां पर लोगों के सामने मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर के बेटे को फांसी भी दी गई थी। लोगों का मानना है, कि यहां उनकी रूह आज भी पर बसी हुई है।