
इजरायल के हमले में आतंकी संगठन हिजबुल्लाह का प्रमुख हसन नसरल्लाह शुक्रवार को मारा गया। इजरायल ने अपने हमले के दौरान हिजबुल्लाह के मुख्यालय समेत आस-पास की इमारतों को भी निशाना बनाया था। हिजबुल्लाह ने इजराइली हमले के 20 घंटे बाद चीफ हसन नसरल्लाह के मारे जानें कि पुष्टि की है। हिजबुल्लाह ने शनिवार शाम 5 बजे कहा कि शुक्रवार रात साढ़े 9 बजे इजरायल के हवाई हमलों में नसरल्लाह की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि नसरल्लाह बेरूत में हिजबुल्लाह के सेंट्रल हेडक्वार्टर में शाम 6 बजे पहुंचे था और शाम 6 बजकर 5 मिनट पर इजरायल ने स्ट्राइक कर दी। मतलब इजरायल ने नसरल्लाह के पहुंचने के सिर्फ 5 मिनट बाद बमबारी शुरु की। यानी जानकारी बेहद सटीक थी। तो सवाल ये है कि ये जानकारी कहां से लीक हुई? हवाई हमला इतना भयानक था कि आसपास कि 6 बिल्डिंग नष्ट हो गई। उस समय नसरल्लाह अपनी बेटी के साथ थे। IDF ने अपने मिडिया अकाउंट पर लिखा, ‘अब दुनिया को नसरल्लाह से डरने की जरूरत नहीं है। वह आतंक नहीं फैला पाएगा।’
हसन नसरल्लाह साल 1992 में हिजबुल्लाह का चीफ बना। वह लेबनान और अरब के तमाम देशों में खासा लोकप्रिय था। एक तरीके से उसने अरब मुल्कों को इजरायल के खिलाफ एकजुट करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हिजबुल्लाह की कमान संभालने के बाद से ही नसरल्लाह ने लगातार इस चरमपंथी संगठन को मजबूत किया। लड़ाकों की भर्ती से लेकर नए-नए हथियार जुटाने और ट्रेनिंग पर फोकस किया। हिजबुल्लाह का सर्वेसर्वा बनने के 8 सालों में उसने वो कर दिखाया जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। साल 2000 में हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने इजरायल को दक्षिणी लेबनान से पीछे धकेल दिया। इजरायल को लेबनान छोड़ना पड़ा।
दरअसल इजरायल ने हिजबुल्ला के चीफ हसन नसरल्लाह को खत्म करने के लिए एक खास रणनीति पर बना किया। इजराइल ने नसरल्लाह के खिलाफ जो ऑपरेशन शुरू किया था उसे ‘न्यू ऑर्डर’ नाम दिया था। सबसे बड़ी बात इजरायल के पीएम नेतन्याहू के न्यूयॉर्क जाने से पहले ही ऑपरेशन ‘न्यू ऑर्डर’ को एक्टिवेट किया था। जैसे ही इजराइल को नसरल्लाह के सटीक लोकेशन के बारे में पता चला उसने अपने सबसे घातक हथियार को लॉन्च कर दिया है और पल भर में हिजबुल्लाह चीफ का अंत हो गया।