सीएम योगी का जन्मदिन, पर्यावरण दिवस और रामदरबार की प्राण-प्रतिष्ठा, तैयारी यह महज संयोग रहा
53वें जन्मदिन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर के भूतल पर रामलला की आरती की

अयोध्या। अयोध्या में आज का दिन एक दुर्लभ और पावन संयोग का साक्षी बना, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 53वां जन्मदिन, विश्व पर्यावरण दिवस और श्रीराम दरबार की भव्य प्राण-प्रतिष्ठा एक ही दिन पर एकत्र हुए। तीनों अवसरों की यह संगति न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से विशेष रही, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा और उत्सव का वातावरण भी पूरे प्रदेश में देखने को मिला।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अयोध्या स्थित राम मंदिर में आयोजित भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह का नेतृत्व किया। यह आयोजन पारंपरिक वैदिक मंत्रोच्चार और विधिवत अनुष्ठानों के साथ सुबह 11 बजे आरंभ हुआ और करीब 45 से 50 मिनट तक चला। यह कार्यक्रम 3 जून से शुरू हुए तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा उत्सव का अंतिम दिन था।
अपने 53वें जन्मदिन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर के भूतल पर रामलला की आरती की। इसके बाद वह गर्भगृह में पूजा-अर्चना करने पहुंचे और फिर प्रथम तल पर स्थित राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा हेतु अनुष्ठान का शुभारंभ किया।
गंगा दशहरा के पावन पर्व पर अयोध्या में ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना राममंदिर परिसर, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में अभिजित मुहूर्त में श्रीराम दरबार सहित सभी नवनिर्मित देवालयों में सामूहिक मंत्रोच्चार के साथ प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई।
त्रिदिवसीय समारोह के अंतिम दिन प्रातः 6:30 बजे यज्ञमंडप में आह्वानित देवताओं का पूजन प्रारंभ हुआ, जो लगभग दो घंटे चला। इसके उपरांत प्रातः 9 बजे से हवन शुरू हुआ, जो एक घंटे तक चला। इसके पश्चात मंदिर परिसर की सभी देवमूर्तियों की एक साथ केंद्रीयकृत प्रणाली के माध्यम से प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस अवसर पर दृश्य माध्यम (कैमरा एवं स्क्रीन) के द्वारा सभी देवालयों को एक-दूसरे से जोड़ा गया था, जिससे अनुष्ठान एक साथ संपन्न हो सके।
श्रीराम दरबार और शेषावतार के साथ जिन प्रमुख देवालयों में प्राण प्रतिष्ठा की गई, उनमें शामिल हैं:
परकोटा के ईशान कोण में स्थित शिव मंदिर
अग्निकोण में भगवान गणेश
दक्षिणी भुजा के मध्य में हनुमानजी
नैऋत्य कोण में सूर्य देव
वायव्य कोण में मां भगवती
उत्तरी भुजा के मध्य में मां अन्नपूर्णा
इस भव्य आयोजन के साथ राम मंदिर परिसर में धार्मिक और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ। श्रद्धालुओं में इस ऐतिहासिक क्षण को लेकर विशेष उत्साह और भावपूर्ण वातावरण देखने को मिला।
इस आयोजन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे। रघुनाथाय नाथाय सीतायाः पतये नमः॥ प्रभु श्री राम की पावन जन्मभूमि श्री अयोध्या धाम में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर श्री राम दरबार सहित अष्ट देवालयों में देव विग्रहों के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आज पूज्य साधु-संतों एवं धर्माचार्यों के पावन सान्निध्य में सहभाग का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ। ‘रघुकुलनंदन’ की कृपा सकल संसार पर बनी रहे।