
जम्मू। आगामी अमरनाथ यात्रा 2025 की सुरक्षा और व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने बड़े पैमाने पर तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को भारतीय सेना, CRPF, जम्मू-कश्मीर पुलिस और जेकेएसडीआरएफ (जम्मू-कश्मीर राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर समरोली, तोल्डी नाला क्षेत्र में एक संयुक्त मॉक भूस्खलन अभ्यास (Mock Landslide Drill) आयोजित किया।
यह मॉक ड्रिल एक एहतियाती प्रयास के रूप में की गई, ताकि आपातकालीन स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा और त्वरित प्रतिक्रिया की जांच की जा सके।
ट्रायल रन भी किया गया संचालित
अमरनाथ यात्रा से पहले एक ट्रायल रन भी संचालित किया गया, जिसमें बसों को सुरक्षा घेरे में भेजा गया ताकि यात्रा मार्ग पर सुरक्षा, यातायात नियंत्रण और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया जा सके।
इस अवसर पर जम्मू के जिलाधिकारी अचिन कुमार वैश्य ने कहा, “यहां सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हमारा तीर्थयात्रियों से आग्रह है कि वे बड़ी संख्या में यहां आएं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी को किसी प्रकार की असुविधा न हो।”
आधार शिविर में भी तैयारी की समीक्षा
जम्मू स्थित यात्री निवास आधार शिविर में यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक भी की गई। इसमें भोजन, आवास, चिकित्सा, जलापूर्ति, शौचालय, बिजली और सुरक्षा इंतजामों का विस्तार से निरीक्षण किया गया।
यात्रा 3 जुलाई से होगी शुरू
2 जुलाई को जम्मू बेस कैंप से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना होगा।
3 जुलाई से अमरनाथ यात्रा आधिकारिक रूप से बालटाल और पहलगाम मार्गों से शुरू होगी।
प्रशासन ने बताया कि प्रत्येक पड़ाव और मार्ग पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, सीसीटीवी निगरानी, डिजास्टर रिस्पॉन्स टीम, मोबाइल मेडिकल यूनिट्स, और हेल्प डेस्क जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।
इस साल लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है, और सरकार व सुरक्षा बल उन्हें सुरक्षित, सुव्यवस्थित और श्रद्धा से भरपूर अमरनाथ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।