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ईद-उल-अज़हा पर संभल के चंदौसी में अदा की गई नमाज़, शांति और सौहार्द के साथ मनाया गया त्योहार

संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने जानकारी दी कि ईद-अल-अज़हा को लेकर समस्त शांति समिति की बैठकें

 

संभल/चंदौसी। ईद-उल-अज़हा के पावन अवसर पर संभल जिले के चंदौसी में बड़ी संख्या में लोगों ने दोनों प्रमुख ईदगाहों – चंदौसी और नरौली में पारंपरिक रूप से नमाज़ अदा की। इस दौरान सम्पूर्ण जिले में शांति और सौहार्द का वातावरण देखने को मिला।

प्रशासनिक तैयारी रही चाक-चौबंद

संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने जानकारी दी कि ईद-अल-अज़हा को लेकर समस्त शांति समिति की बैठकें पूर्व में आयोजित की गई थीं, जिनमें सभी समुदायों के लोगों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया और सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी नहीं देने और पूर्व-चिह्नित 19 पारंपरिक स्थलों पर ही कुर्बानी करने पर सर्वसम्मति बनी।

डीएम पेंसिया ने बताया, “हमने तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की है। पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी पूरे जिले में तैनात हैं। फ्लैग मार्च, पैट्रोलिंग और जनसंवाद के माध्यम से सभी को भरोसे में लिया गया है। साथ ही, अपशिष्ट निस्तारण की भी समुचित व्यवस्था की गई है ताकि स्वच्छता बनी रहे। सभी मस्जिद प्रतिनिधियों से संवाद कर यह सुनिश्चित किया गया है कि त्योहार शांति, भाईचारे और पारंपरिक मर्यादा के साथ मनाया जाए।”

नमाज़ केवल चारदीवारी के भीतर अदा

चंदौसी क्षेत्राधिकारी (CO) अनुज चौधरी ने बताया कि ईदगाह चंदौसी और ईदगाह नरौली – दोनों स्थानों पर नमाज़ चारदीवारी के भीतर ही अदा की गई। सड़कों पर नमाज़ नहीं हुई, जिससे यातायात और आमजन को कोई असुविधा नहीं हुई। स्थानीय लोगों ने पूरी जिम्मेदारी और अनुशासन के साथ प्रशासन का सहयोग किया।

नागरिकों का सराहनीय सहयोग

इस बार की ईद-उल-अज़हा न सिर्फ धार्मिक उत्साह का प्रतीक बनी, बल्कि सामाजिक एकता और अनुशासन का उदाहरण भी बनी। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन की अपीलों को गंभीरता से लिया और पूरे जिले में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं आई।

संभल जिले में इस वर्ष ईद-उल-अज़हा सौहार्दपूर्ण, शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हुई। प्रशासन की योजनाबद्ध तैयारियों, पुलिस की सक्रियता और नागरिकों के सहयोग से यह त्योहार सांप्रदायिक एकता और अनुशासन का प्रतीक बन गया।

 

 

 

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