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देखें इस टॉपी का कमाल, अमेरिकी से लेकर भारत तक हो रहा है सियासी बवाल

एक टोपी और एक शब्द – "नरेंद्र सरेंडर" – ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी

नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान सैन्य तनाव के बीच एक लाल टोपी ने देश की सियासत में नई गर्मी पैदा कर दी है। कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला करते हुए सोशल मीडिया पर एक फोटो पोस्ट की, जिसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिष्ठित “मेक अमेरिका ग्रेट अगेन” कैप को दिखाया गया है, लेकिन उसमें लिखा है – “नरेंद्र सरेंडर”। यह पोस्ट कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी पर हालिया संघर्ष के दौरान अमेरिका के सामने झुकने के आरोपों के तहत साझा की गई है।

राहुल गांधी का सीधा हमला

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष के दौरान अमेरिकी दबाव में आकर ऑपरेशन रोक दिया और भारतीय सेना को वापस बुला लिया। राहुल गांधी ने इस पर कहा कि “मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप के सामने सरेंडर कर दिया।”

कांग्रेस का आरोप: ‘सरेंडर नीति’ पर चल रही है सरकार

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने बयान दिया कि प्रधानमंत्री की विदेश नीति अब “सरेंडर नीति” बन चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का रवैया भारत की सैन्य ताकत और विदेश नीति दोनों को कमजोर कर रहा है। कांग्रेस का दावा है कि भारत को अमेरिका या किसी तीसरे देश से निर्देश लेकर काम नहीं करना चाहिए।

भाजपा का पलटवार: राहुल गांधी ने की सेना का अपमान

भाजपा ने इस बयान को देश और सेना का अपमान बताया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा,

“राहुल गांधी ने सेना के मनोबल को गिराने का प्रयास किया है। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, सेना प्रमुख और आतंकी सरगनाओं से भी अधिक भारत विरोधी बयान दिया है।”

भाजपा का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर जैसी सफल कार्रवाई को कांग्रेस “सरेंडर” बताकर उसकी उपलब्धियों को कमतर करने की कोशिश कर रही है।

थरूर ने किया बचाव

इसी बीच, अमेरिका में चल रहे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर से जब इस विवादास्पद “नरेंद्र सरेंडर” टिप्पणी पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा:

“भारत अपने निर्णयों में स्वतंत्र है। हमें किसी तीसरे पक्ष ने रोका नहीं। हमने कभी किसी से मध्यस्थता की मांग नहीं की। जैसे ही पाकिस्तान रुका, हमने भी अपनी कार्रवाई रोक दी – यह भारत का स्वाभाविक निर्णय था।”

एक टोपी और एक शब्द – “नरेंद्र सरेंडर” – ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है। जहां कांग्रेस मोदी सरकार की विदेश नीति को निशाने पर ले रही है, वहीं भाजपा इस बयान को देश की संप्रभुता और सेना का अपमान बता रही है।

अब देखना यह है कि यह “टोपी की सियासत” आने वाले दिनों में क्या नया मोड़ लेती है और इसका कितना असर देश की राजनीतिक परिदृश्य पर पड़ता है।

 

 

 

 

 

 

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