
उज्जैन। महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023) पर्व पर उज्जैन (Ujjain) शहर में आज उल्लास का माहौल है। बाहर से आए लाखों श्रद्धालुओं (Devotees) के स्वागत में शहर पूरी रात जागा है। पुराने शहर और सड़कों पर गहमागहमी है। वाहनों की लम्बी कतारें इंदौर मार्ग पर देखी जा सकती हैं। हर तरफ जय महाकाल की अनुगूंज है।
महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात 3 बजे से दर्शन का सिलसिला प्रारंभ हो चुका है। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को करीब दो घण्टे तक का समय लग रहा है। इस अवसर पर करीब दो लाख श्रद्धालु दर्शन करने के लिए महाकाल मंदिर क्षेत्र में पहुंच चुके हैं। हालात यह है कि भीड़ प्रबंधन में पुलिसकर्मियों, सेवा संस्थान के वालंटियर्स को भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। आस्था ठण्ड पर भारी है। बच्चों से लेकर महिलाओं तक, युवाओं से लेकर वृद्ध तक ठण्डी हवाओं से रातभर ठिठुरन रही लेकिन फिर भी कतार में खड़े होकर भोलेनाथ (Bholenath) की एक झलक पाने को बेताब हैं। उज्जयिनी नगरी पूरी तरह से इस समय शिवमय हो गई है।
तड़के बाबा महाकाल (Baba Mahakal) की भस्म आरती सम्पन्न हुई। इसके बाद बाबा का दूल्हा स्वरूप में आकर्षक श्रृंगार किया गया। दिनभर बाबा महाकाल निराकार स्वरूप में भक्तों को दर्शन देंगे। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम (Kumar Purushottam) ने दावा किया कि श्रद्धालुओं को एक घंटे में दर्शन हो जाए, इस तरह की व्यवस्था की गई हैं। दर्शन में लगने वाली वेटिंग टाइम में विभिन्न स्थानों पर भजन मण्डली द्वारा भजन प्रस्तुत किए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मंदिर में प्रवेश हेतु निर्धारित द्वार से प्रत्येक 200 मीटर दूरी पर पानी की बॉटल निशुल्क वितरित की जा रही है। पार्किंग स्थल पर पीने के पानी के टैंकर खड़े किए गए हैं। गर्मी के मद्देनजर प्रवेश द्वार से लेकर निर्गम द्वार तक, निर्गम द्वार से जूता स्टैंड तक मेटिंग बिछा के शामियाना लगाया गया है।
पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल (Satyendra Kumar Shukla) का कहना है, कि महाशिवरात्रि पर दर्शन व्यवस्था के लिए श्रद्धालुओं को गंगोत्री (Gangotri) गार्डन की ओर से प्रवेश दिया जा रहा है। यहां से चारधाम मंदिर पानी की टंकी वाले मार्ग से रूद्र सागर के किनारे-किनारे त्रिवेणी संग्रहालय की ओर श्रद्धालु पहुचेंगे। श्रद्धालु त्रिवेणी संग्रहालय पानी की टंकी से नन्दी मण्डपम, महाकाल लोक होते हुए मानसरोवर भवन में प्रवेश कर फैसिलिटी सेंटर-1 से होकर कार्तिक मण्डपम में प्रवेश करेंगे। दर्शनार्थी कार्तिक मण्डपम अथवा गणेश मण्डपम में बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन करने के बाद श्रद्धालु निर्गम द्वार होते हुए गेट नं.-4 अथवा 5 से बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।
वाहन पार्किंग व्यवस्था
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सर्वाधिक दर्शनार्थी इंदौर रोड से उज्जैन की ओर आ रहे हैं। बाकी देवास, बडनगर, नागदा, आगर आदि मार्ग से उज्जैन आ रहे हैं। दर्शनार्थियों के आगमन के रास्ते के मुताबिक ही पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
* इंदौर-देवास-मक्सी की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को कर्कराज पार्किंग तक आना होगा। यहां वाहन पार्क करके वे कलोता समाज की धर्मशाला से आगे आकर ,गंगोत्री गार्डन के बगल से निकलकर चारधाम पार्किंग में पहुंचेंगे। यहां से रूद्र सागर के किनारे-किनारे होकर त्रिवेणी संग्रहालय पहुंचेंगे। यहां से महाकाल लोक होकर मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर तक पहुंचाया जा रहा है।
* इंदौर रोड से आने वाले यात्रियों के लिये मन्नत गार्डन की पार्किंग एवं देवास व मक्सी से आने वाले यात्रियों के लिये इंजीनियरिंग कॉलेज के साथ-साथ मन्नत गार्डन (Mannat Garden) की पार्किंग (Parking) का भी उपयोग किया जा रहा है।
* बडनगर-नागदा की ओर से आने वाले यात्रियों के लिये मुल्लापुर चौराहे पर आदिनाथ मन्दिर एवं आश्रम के पास पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
* भील समाज की धर्मशाला के पास जूता स्टैंड बनाया गया है। श्रद्धालुगण दर्शन उपरांत बड़ा गणपति से होकर हरसिद्धि मंदिर वाले मार्ग से फिर से नृसिंह घाट होकर जूता स्टैंड तक पहुंचेंगे।
पार्किंग पर मिलेगी नि:शुल्क बस सुविधा
पार्किंग से श्रद्धालु मंदिर के प्रवेश द्वार तक सरलता से आवागमन कर सकें, इस हेतु 100 बसें वाहन पार्किंग से मंदिर के प्रवेश द्वार तक नि:शुल्क चलाई जा रही है। इसके साथ ही सभी वाहन पार्किंग में पेयजल-शौचालय-प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था की गई है।
जूता स्टैंड
मन्दिर की ओर आने वाले मार्गों के चयनित स्थलों पर जूता स्टैंड स्थापित किये गये हैं। इंदौर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये भील समाज धर्मशाला में जूता स्टैंड स्थापित किया गया है। बडनेरा की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये नृसिंह घाट तिराहे झालरिया मठ पर जूता स्टैंड बनाया गया है। शहर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये हरसिद्धि की पाल पर जूता स्टैंड स्थापित किया गया है। जूता स्टैंड पर श्रद्धालुओं के जूते रखने के लिये कपड़े की थैलियां बनाई गई हैं। अलग-अलग रंग के टोकन दिए जा रहे हैं।
लड्डू प्रसाद काउंटर
श्रद्धालुओं को लड्डू प्रसाद उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मंदिर परिक्षेत्र में श्रद्धालुओं के आवागमन वाले मार्ग पर प्रसाद काउंटर सतत संचालित हो रहा है।