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मॉनसून सीजन के लिए की विशेष तैयारी, जनता की सुरक्षा और निर्बाध बिजली आपूर्ति पर विशेष जोर

 

नई दिल्ली। मॉनसून के आगमन के साथ, टाटा पावर-डीडीएल ने राजधानी में अपनी बिजली आपूर्ति को सुचारु बनाए रखने और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। कंपनी ने अपनी मॉनसून तैयारी रणनीति को सक्रिय करते हुए, फील्ड टीमें तैनात कर दी हैं और जोखिम वाले क्षेत्रों में विशेष निगरानी की व्यवस्था की है।

 महत्वपूर्ण सुरक्षा तैयारियां:
प्री-मानसून निरीक्षण और रख-रखाव:
बिजली के पोल, ट्रांसफॉर्मर, केबल आदि उपकरणों की पूर्व जांच की गई है ताकि खराब मौसम में कोई बाधा न आए।

करंट लीकेज टेस्टिंग अभियान:
30 जून 2025 तक 50,000 से अधिक इंस्टॉलेशनों की जांच की गई, जिसमें स्ट्रीट लाइट पोल, सबस्टेशन की फेंसिंग, स्कूल, अस्पताल, एटीएम आदि शामिल हैं।

इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीमें तैनात:
बाढ़ संभावित और उच्च जोखिम वाले इलाकों में विशेष टीमें लगाई गई हैं जो आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई करेंगी।

PISA सुरक्षा ऑडिट:
दिल्ली जल बोर्ड, स्कूलों, अस्पतालों और ऑफिस परिसरों में 5,500 से अधिक सार्वजनिक इंस्टॉलेशनों की सुरक्षा जांच की गई।

ऊंचाई बढ़ाई गई:
50 से अधिक सबस्टेशनों को जलभराव से सुरक्षित रखने के लिए उनकी ऊंचाई बढ़ा दी गई है।

पेड़ों की छंटाई:
पेड़ गिरने से संभावित बिजली कटौती से बचाव हेतु वृक्षों की शाखाएं काटी गईं।

 जन जागरूकता अभियान और इलेक्ट्रिकल सुरक्षा:

टाटा पावर-डीडीएल ने कहा है कि तेज हवाएं, जलभराव और बिजली गिरने जैसी घटनाएं पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए गंभीर खतरे पैदा करती हैं। ऐसे में कंपनी ने व्यापक जन-जागरूकता अभियान शुरू किया है, जिसमें लोगों को इलेक्ट्रिकल सेफ्टी से जुड़े निर्देशों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, “हमने जहां भी असुरक्षित इंस्टॉलेशन देखे हैं, वहां नोटिस चिपकाए हैं और ज़रूरत पड़ने पर बिजली आपूर्ति रोक दी गई है।”

सभी फील्ड कर्मचारियों को स्पेशल इलेक्ट्रिकल सेफ्टी प्रोटोकॉल और PPE (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट) के इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया गया है। असुरक्षित कामों के लिए “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाई गई है।

जनता से अपील

कंपनी ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे:

खुले तारों, गीले स्विचबोर्ड या पोल से दूर रहें

किसी भी संदिग्ध या असुरक्षित स्थिति की तुरंत सूचना दें

संपर्क के माध्यम:

टाटा पावर-डीडीएल ने आपात स्थितियों या जोखिमपूर्ण इंस्टॉलेशनों की रिपोर्ट करने के लिए कई संचार चैनल भी सक्रिय किए हैं जैसे कि:

मोबाइल ऐप

टोल फ्री नंबर

ईमेल और सोशल मीडिया

टाटा पावर-डीडीएल की यह पहल दिल्लीवासियों को एक सुरक्षित, निर्बाध और बेहतर बिजली सेवा देने की दिशा में बड़ा कदम है। कंपनी और जनता के सहयोग से यह मॉनसून सीजन सुरक्षित और सुचारु रूप से बिताया जा सकेगा।

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