बहराइच कांड: दुर्गा विसर्जन के दौरान युवक की पिटाई के बाद गोली मारकर की हत्या, पुलिस की बोलती बंद

उत्तर प्रदेश के बहराइच के महराजगंज इलाके में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान फायरिंग, पत्थरबाजी और आगजनी की घटना हुई। बहराइच में हुए इस घटना में एक युवक की जान चली गई। आरोप है कि रामगोपाल मिश्रा की पिटाई के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई। पूरी घटना में 12 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है। महराजगंज और महसी इलाके के निजी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। घटना के बाद पूरे इलाके में पुलिस फोर्स तैनात है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महसी तहसील की प्रतिमा शांति पूर्वक विसर्जन के लिए जा रही थी। महराजगंज कस्बे में पहुंचने पर कस्बा निवासी सोनार अब्दुल हमीद अपने बेटे सबलू, सरफराज व फहीम के साथ मौके पर पहुंचे और गाली गलौज शुरू कर दी। प्रतिमा के साथ चल रहे लोगों ने जब इसका विरोध किया तो छतों से पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद विसर्जन रोक समिति सदस्यों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि इस दौरान हमीद व उनके साथ मौजूद हजारों की भीड़ मौके पर पहुंची और उपद्रव शुरू कर दिया।
जानिए पूरा मामला
बहराइच में महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में गाने को लेकर हुए विवाद के बाद दूसरे समुदाय के युवकों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे दुर्गा प्रतिमा खंडित हुई, जिसके बाद पूजा समिति के सदस्यों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया तो दूसरे समुदाय के लोगों ने रामगोपाल मिश्रा को घर के अंदर घसीटते हुए ले गए और गोली मार दी। उसे बचाने पहुंचे राजन भी गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस पर गंभीर आरोप, एसओ भी मौजूद नही
महराजगंज की घटना के बाद सबसे ज्यादा आरोप पुलिस व प्रशासन पर खड़े हो रहे हैं। घटना के बाद लोगों ने आरोप लगाया कि गाने को लेकर जब गाली गलौज की गई तो पुलिस व प्रशासन के लोगचुप-चाप देख रहे थे। आरोप है कि मौके पर एसओ भी मौजूद भी नहीं थे। आरोप है कि जब पथराव हुआ और लोगों ने प्रदर्शन किया तो पुलिस ने विसर्जन में शामिल लोगों पर ही लाठी चार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई और दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल को उठा ले गए।
साथ ही, इस बीच देर रात मुख्य आरोपी सलमान समेत कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। आपको बता दे की, 20 से 25 लोगों के हिरासत में लेने की खबरें भी सामने आ रही हैं।