झारखंडः पलामू में हिंसा के बाद हालात सामान्य, 1000 पुलिसकर्मी तैनात

मेदिनीनगर। जिले के पांकी में दो पक्षों में हिंसक झड़प के बाद स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि बुधवार देर रात भी एक घर को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई, इस पर लेकिन पुलिस व प्रशासनिक तत्परता से काबू पा लिया गया।
इधर, पांकी (Panki) की घटना पर पुलिस मुख्यालय की नजर है और लगातार मॉनिटरिंग (Monitoring) की जा रही है। पुलिस व प्रशासनिक टीम ने बुधवार देर रात तक पांकी इलाके में पेट्रोलिंग की है। पुलिस की टीम एक-एक इलाके पर नजर बनाए हुए है, धार्मिक स्थलों (Places Of Worship) पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पलामू के पूर्व एसपी सह सीनियर आईपीएस इंद्रजीत महथा (IPS Indrajit Mahtha) को हालात को देखते हुए पलामू में तैनात किया गया है। इंद्रजीत महथा पलामू पहुंच गए हैं। वहीं, पलामू जोन के आईजी राजकुमार लकड़ा, डीसी ए दोड्डे, एसपी चंदन कुमार सिन्हा समेत कई अधिकारी मौके पर कैम्प कर रहे थे। अब पूरा इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
एसपी चंदन कुमार सिन्हा (SP Chandan Kumar Sinha) ने कहा, कि पलामू के पांकी की घटना में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है, जिनकी दुकानें और घर जली है उनसे नुकसान के बारे में पूछा जा रहा है। पूरे इलाके में निषेधाज्ञा लागू है। घटना में जख्मी पुलिस कर्मियों की हालात सामान्य है और वे अपनी ड्यूटी पर भी लौट चुके हैं। यहां के इलाके में 1000 से अधिक पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। यहां बाजार और इलाके के स्कूल भी गुरुवार को बंद कर दिए गए हैं। पांकी इलाके में हिंसा को देखते हुए आने-जाने वाले लोगों पर निगरानी रखी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि पांकी में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर बने तोरण द्वार विवाद में दो गुट बुधवार को आपस में भिड़ गए। दोनों गुटों के बीच जमकर पथराव हुआ। बीच बचाव करने गए पुलिस के कई जवान जख्मी हो गए। इसके बाद देर शाम 15 और 16 फरवरी को पलामू में इंटरनेट (Internet) सेवा ठप रखने का आदेश जारी किया गया।