
विशाखापट्टनम। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के उद्घाटन के बाद देशभर में रामभक्ति की लहर तेज़ी से फैल रही है। अब आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में भी राम मंदिर की 91 फीट ऊंची भव्य प्रतिकृति श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बन गई है। यहां भारी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए उमड़ रहे हैं।
स्थानीय एक पुजारी ने जानकारी देते हुए कहा, “यहां भी अयोध्या की तर्ज पर एक भव्य राम मंदिर बनाया गया है। जो भक्त किसी कारणवश अयोध्या जाकर पूजा नहीं कर सकते, वे यहां आकर उसी श्रद्धा से भगवान राम की आराधना कर सकते हैं।”
इस मंदिर की संरचना और भव्यता को देखकर ऐसा प्रतीत होता है मानो अयोध्या का मंदिर दक्षिण भारत में उतर आया हो। यहां पूजा के विशेष आयोजन, आरती और भजन-कीर्तन के कार्यक्रम भी श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दे रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं में इस पहल को लेकर खासा उत्साह है। एक भक्त ने कहा, “हम भगवान राम के दर्शन के लिए अयोध्या नहीं जा पाए, लेकिन विशाखापट्टनम में ही इस मंदिर ने हमारी आस्था को जीवंत कर दिया है।”
यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बन रहा है, बल्कि स्थानीय संस्कृति और श्रद्धा का एक सशक्त प्रतीक भी बन गया है। रामनवमी, दीपावली और अन्य त्योहारों पर यहां विशेष आयोजन किए जाने की भी योजना है।
रामभक्तों के इस उत्साह से साफ है कि अयोध्या में बने राम मंदिर का प्रभाव देश के हर कोने में महसूस किया जा रहा है, और विशाखापट्टनम जैसे शहर इसकी गूंज का साक्षी बन रहे हैं।