Pulwama Attack: हादसे के चार साल बाद भी देश नहीं भूला काला दिन, पलभर में शहीद हुए थे 39 जवान

प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए 14 फरवरी का दिन बेहद खास होता है। इस दिन दुनियाभर के लोग अपने इश्क का इजहार करते हैं। भारत में भी सब कुछ इसी तरह होता, अगर साल 2019 में 14 फरवरी को पुलवामा अटैक नहीं हुआ होता। भारत में पुलवामा हमले ने वेलेंटाइन डे का जश्न हमेशा के लिए फीका कर दिया। आज के दिन एक साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के जवान शहीद हो गए थे। देश में ऐसी चीख पुकार मची थी। जिसके शोर में एक आम हिंदुस्तानी तड़प रहा था। इस दिन 40 घरों की रोशनी हमेशा-हमेशा के लिए बुझ गई थी।
पुलवामा हमले के बाद देश महीनों तक गमगीन रहा। हादसे के 4 साल बीत गए, लेकिन यह दिन आज भी आम हिंदुस्तानी नहीं भूला। इस दिन विस्फोटकों से भरी हुई एक कार के साथ एक आत्मघाती हमलावर ने सीआरपीएफ (CRPF) की गाड़ी को टक्कर मारी थी और सब कुछ तबाह कर दिया था।
हादसे के बाद हर तरफ सिर्फ तबाही ही नजर आ रही थी। टीवी स्क्रीन हो या मोबाइल फोन, हर तरफ सिर्फ चीख-पुकार का ही शोर था। यह एक ऐसा नरसंहार था, जिसमें CRPF के जवान भेंट चढ़ गए थे।
पुलवामा हमले के बाद क्या कुछ हुआ?
सबको पता था कि पुलवामा अटैक में पाकिस्तान का हाथ था। इस हमले के बाद भारत में इतना आक्रोश था, कि अगर कोई भी देश इसकी जिम्मेदारी लेता तो उसकी खैर नहीं थी। विदेश मंत्रालय ने 15 फरवरी 2019 को पाकिस्तान पर हमले का आरोप लगाया। लेकिन पाकिस्तान ने ऐसे सभी आरोपों का खंडन करते हुए भारत की निंदा की। भारत सरकार ने कई बैठकों के बाद पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा वापस लेने का फैसला किया।
वो वक्त ऐसा था, कि देश अपने जवानों की मौत का शोक मना रहा था। देश क्रोध और आक्रोश से पूरी तरह भरा हुआ था। शहीदों के परिजन को 12 लाख रुपये की मदद देने का ऐलान भी किया गया। उसके बाद देश ने पाकिस्तान से आयातित सामानों पर सीमा शुल्क 200 प्रतिशत कर दिया। साथ ही भारत ने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ऑन मनी लॉन्ड्रिंग (FATF) से पाकिस्तान को अपनी ‘ब्लैक लिस्ट’ में जोड़ने का भी आग्रह किया और FATF ने पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ में डाल दिया। उसके बाद ही 18 फरवरी 2019 को भारतीय सेना ने दिन के वक्त एक मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया। जम्मू-कश्मीर में तनाव की वजह से कई प्रतिबंध भी लगाए गए।
जानें क्या थी बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक
इस हमले के बाद भारत ने उसका मुंह तोड़ जवाब भी दिया। भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट क्षेत्र में एक आतंकवादी शिविर पर हमला किया। हमले में कई आतंकवादी रक्षा बलों के मुताबिक मारे गए। भारत की जवाबी कार्रवाई में, पाकिस्तान ने अगले दिन हवाई हमले भी किए। MIG-21 फाइटर जेट में सवार विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तान एयर फोर्स के F-16 को ढेर कर दिया था। उनका विमान क्रैश हो गया था। इसी वजह से वह पाकिस्तानी सीमा में उतर गए। जिसके बाद उन्हें पाकिस्तान ने पकड़ लिया था। लेकिन भारत उन्हें सही सलामत वापिस भी लेकर आया। वैश्विक दबाव के बाद पाकिस्तान द्वारा 1 मार्च 2019 की रात उन्हें रिहा कर दिया गया। उसके बाद उन्हें तीसरे सर्वोच्च वीरता पुरस्कार और वीर चक्र से सम्मानित किया गया।